औरतों को देवी नहीं, इंसान ही समझ लो!

हमारे देश में औरतों को देवी का स्वरुप माना जाता हैं लेकिन हम उसे एक इंसान मानने से मना कर देते हैं। हम देवी की पूजा करते हैं, पर औरतों औऱ लड़कियों का शोषण करते हैं। बाहरी भेड़ियों से जैसे तैसे महिलाएं बच भी जाए लेकिन घर में भी कुछ ऐसे दानव होते हैं जो उनके साथ तरह तरह की हिंसा करते हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार 2015 में 2,44,270 घरेलू हिंसा के मामले दर्द हुए वहीं 2016 में इस आंकड़े में 11.5 फ़ीसदी की बढ़ोत्तरी हो गई है। देखिए ऐसी ही वीडियों जो चार दिवारी के पीछे महिलाओं का हाल बयां करती है।

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